लेखनी प्रतियोगिता -31-May-2022 - नौकरी में भेदभाव
नौकरी में भेदभाव
नौकरी में भेदभाव होता काॅमन,
डंडिया, अमेरिका हो या रोमन।
भेद का मतलब तो होता राज,
भाव का राज में न होता काज।
भावनाओं से नौकरी नहीं मिलती,
नौकरी बिना छोकरी नहीं मिलती।
छोटे पदों पर लोग जो आसीन होते,
बड़े बड़े लोगों के वो आधीन होते।
काम वो पूरे करके हैं देते बाॅस को,
पर मिलती तरक्की चापलूस को।
मेहनत भी चापलूसों के सामने हारी,
जब वहां आ जाती भेदभाव की बारी।
बड़े पदाधिकारी नंबर अपने बना जाए,
कभी भी छोटों की नौकरी खा जाए।
सैलरी में भी होता पक्षाघात नौकरी में,
गुड़ नहीं हैं आता मीठे की टोकरी में।
नौकरी भेदभाव एक सिक्के के पहलू दो,
कर सको तो कर लो नहीं तो अब जाने दो।।
दैनिक प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)
Shrishti pandey
01-Jun-2022 08:47 PM
Nice
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Punam verma
01-Jun-2022 09:04 AM
Nice
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Abhinav ji
01-Jun-2022 08:25 AM
Nice
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